विमानन सुरक्षा नियामक डीजीसीए ने शुक्रवार को पायलटों के प्रशिक्षण में कथित चूक के लिए अकासा एयर के संचालन निदेशक और प्रशिक्षण निदेशक को छह महीने के लिए निलंबित करने का आदेश दिया. नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने 27 दिसंबर के अपने आदेश में कहा कि राकेश झुनझुनवाला परिवार की हिस्सेदारी वाली एयरलाइन के दो वरिष्ठ अधिकारी नागरिक विमानन जरुरतों के ‘अनुपालन' को सुनिश्चित करने में ‘विफल' रहे हैं. इस मामले को लेकर अकासा को भेजे गए सवाल का फिलहाल जवाब नहीं मिल पाया है.
नागरिक उड्डयन सुरक्षा नियामक यानी डीजीसीए ने अकासा एयर के ऑपरेशन्स डायरेक्टर और ट्रेनिंग डायरेक्टर को छह महीने के लिए निलंबित कर दिया है. DGCA ने यह फैसला पायलटों के ट्रेनिंग में कथित चूक के कारण लिया. डीजीसीए ने 7 अक्टूबर 2024 को अकाशा एयर का ऑडिट किया था
इस जांच में DGCA ने पाया कि अकासा एयर के पायलटों को ट्रेनिंग देने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले सिमुलेटर योग्य नहीं थे. जो नागरिक उड्डयन आवश्यकताओं के उल्लंघन का मामला है. DGCA ने इस मामले में अकाशा एयर को दो कारण बताओ नोटिस भी 15 और 30 अक्टूबर को भेजा था, जिसका जवाब एयर ने "असंतोषजनक" दिया.
डीजीसीए ने अकासा एयर को दोनों पदों के लिए उपयुक्त उम्मीदवारों को नामित करने की सलाह दी है. DGCA ने ये फैसला नागरिक उड्डयन सुरक्षा को बनाए रखने के लिए उठाया गया है. इस मामले में अकाशा एयर के प्रवक्ता ने बयान जारी कर कहा
अकासा एयर को डीजीसीए से 27 दिसंबर 2024 का एक आदेश प्राप्त हुआ है. हम डीजीसीए के साथ काम करना जारी रखेंगे और तदनुसार अनुपालन करेंगे.सुरक्षा अत्यंत महत्वपूर्ण है, और हम सुरक्षा के उच्चतम मानकों को अपनाने के लिए लगातार प्रयास करते हैं.
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