विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रोम में कई देशों के विदेश मंत्रियों से की मुलाकात, इन मुद्दों पर की चर्चा

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रोम में कई देशों के विदेश मंत्रियों से की मुलाकात, इन मुद्दों पर की चर्चा

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रोम में अपनी तीन दिवसीय यात्रा के दौरान ब्रिटेन, फ्रांस, यूक्रेन, लेबनान और क्रोएशिया सहित कई देशों के अपने समकक्षों से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने द्विपक्षीय संबंधों को गहराने और वैश्विक मुद्दों पर सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की. जयशंकर रविवार को रोम पहुंचे थे और सोमवार को उन्होंने इन मुलाकातों की शुरुआत की.

जयशंकर ने दिन की शुरुआत ब्रिटेन के विदेश मंत्री डेविड लैमी के साथ बैठक से की. उन्होंने दोनों देशों के बीच प्रौद्योगिकी, हरित ऊर्जा, व्यापार और गतिशीलता जैसे क्षेत्रों में रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने पर चर्चा की. इसके अलावा, हिंद-प्रशांत क्षेत्र और पश्चिम एशिया में जारी घटनाक्रमों पर भी विचार-विमर्श हुआ. जयशंकर ने एक्स पर अपनी पोस्ट में इस चर्चा को उपयोगी बताया और भारत-ब्रिटेन साझेदारी को निरंतर गति देने की बात कही.

फ्रांस के विदेश मंत्री से की मुलाकात

फ्रांस के विदेश मंत्री जीन-नोएल बैरोट से जयशंकर ने हिंद-प्रशांत, यूक्रेन युद्ध और अन्य वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की. दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों की प्रगति की समीक्षा की और इन क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर बात की. जयशंकर ने फ्रांस के साथ साझेदारी को मजबूत करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की. फ्रांसीसी मंत्री ने भी हिंद-प्रशांत और वैश्विक स्थिरता में भारत की भूमिका की सराहना की.

यूक्रेन के विदेश मंत्री से की चर्चा

यूक्रेन के विदेश मंत्री आंद्रेई सिबिहा के साथ चर्चा में दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने पर जोर दिया. सिबिहा ने यूक्रेन की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के प्रति भारत के समर्थन की प्रशंसा की. उन्होंने कहा कि यूक्रेन में न्यायसंगत और स्थायी शांति स्थापित करने में भारत की भूमिका बेहद अहम है. जयशंकर ने इस मुलाकात को उपयोगी बताते हुए इसे भारत-यूक्रेन संबंधों को नई दिशा देने वाला करार दिया.

जयशंकर ने लेबनान के विदेश मंत्री अब्दुल्ला बौ हबीब और क्रोएशिया के अपने समकक्ष गॉर्डन ग्रिलिक रेडमैन से भी द्विपक्षीय सहयोग और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा की. इस यात्रा के दौरान जयशंकर फिउग्गी में जी-7 विदेश मंत्रियों की बैठक के संवाद सत्र में भी भाग लेंगे, जहां भारत को अतिथि देश के रूप में आमंत्रित किया गया है. उनकी इन बैठकों को अंतरराष्ट्रीय सहयोग और भारत के वैश्विक कूटनीतिक प्रयासों को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है.



from TV9 Bharatvarsh- Hindi News, Hindi Samachar (समाचार), हिंदी न्यूज़ https://ift.tt/xLlCGzt
via IFTTT
और नया पुराने
WhatsApp Group Join Now