Radhashtami 2024: दुनिया का इकलौता मंदिर जहां कीर्ति मैया की गोद बैठीं हैं लाडली राधा, ब्रजधाम आएं तो यहां जरूर करें दर्शन

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के बाद ब्रज में राधाष्टमी का त्योहार भी बड़े धूम धाम के साथ मनाई जाती है। इसको लेकर बरसाना धाम के श्रीलाडली जी मंदिर में विशेष आयोजन होता है। राधाष्टमी पर ब्रज की महारानी श्री राधारानी के दर्शन के लिए देश के कोने-कोने से बड़ी संख्या में विदेशी श्रद्धालु भी यहां आते हैं। इस साल से रोप-वे से मंदिर तक आने-जाने का सफर आसान होगया है।


उत्तर प्रदेश के मथुरा स्थित बरसाना राधारानी का निजधाम है। बरसाना में पर्वत पर स्थित श्रीलाडली जी महल (राधारानी के मंदिर) के अलावा रंगीली महल के पास स्थित श्री कीर्ति मंदिर भी एक विश्वविख्यात मंदिर है। जहां की सुंदरता और ऐश्वर्या को देख आँखें और मन दोनों ठहर से जाते है। आइए जानते हैं कीर्ति मंदिर से जुड़ी खास बातें।


12 वर्षों में बनाया गया कीर्ति मंदिर


श्रीलाडली जी मंदिर काफी ऊंचाई पर स्थित है, जहां श्रद्धालुओं को करीब ढाई सौ सीढियां चढ़कर दर्शन के लिए पहुंचना पड़ता है। और अब रोप-वे की व्यवस्था भी हो चुकी है। वहीं से चंद कदमों की दूरी पर श्री कीर्ति मंदिर भी है। यूँ तो देखने में यह मंदिर पुरानी शैली का ही बना प्रतीत होता है, मगर कीर्ति मंदिर की आधारशिला जगदगुरु श्री कृपालु जी महाराज ने वर्ष 2006 में रखी थी। इसका निर्माण 12 वर्षों में 500 मजदूरों द्वारा किया गया है। मंदिर की छत पर इटालियन मार्बल लगा है। वहीं मंदिर के शिखरों पर 25 स्वर्ण कलश लगाए गए हैं। 


आपको ब्रज में श्री राधा रानी के कई मंदिर मिल जाएंगे। मगर रंगीली महल के पास स्थित श्री कीर्ति मंदिर कई कारणों से लोगों को आकर्षित करता है। इस मंदिर का नाम श्रीराधा की मां कीर्ति देवी के नाम पर रखा गया है। कीर्ति मंदिर दुनिया का एकमात्र ऐसा मंदिर है जहां राधा रानी मां की गोद में विराजमान हैं।


जगद्गुरु श्रीकृपालु महाराज ने रखी थी नींव


मंदिर के गर्भगृह के दरवाजे के दोनों ओर राधारानी की अष्ट सखियां लाडलीजी को निहारती नजर आएंगी। यहां मंदिर के किनारे तरह-तरह की झाँकियाँ भी देखने को मिलेंगी।  राधा रानी को झूला झुलाते श्रीकृष्ण की झांकी पर्यटकों को बेहद आकर्षित करती है। सखियों के साथ रासलीला करते राधा-कृष्ण की झांकी दर्शन करने वालों का मन मोह लेती है। कीर्ति मंदिर की आधारशिला साल 2006 में पंचम मूल जगद्गुरु श्री कृपालु महाराज ने रखी थी। उनके देह त्याग के पश्चात उनकी तीन बेटियों ने इस मंदिर को पूरा किया। कीर्ति मंदिर लगभग 13,200 वर्ग फुट में फैला हुआ है। 


कैसे पहुंचे?


 मथुरा से बरसाना लगभग 40 किलोमीटर दूर है। अगर आप अपने वाहन से नहीं जा रहे हैं तो सरकारी बसों और टैक्सियों से बरसाना पहुंच सकते हैं। दिल्ली से आने वाले श्रद्धालु दिल्ली-मथुरा हाईवे से पहुँच सकते हैं। इसके अलावा आप ट्रेन से भी मथुरा आ सकते हैं। पूरे देश से मथुरा के लिए ट्रेन उपलब्ध रहती है। इसके बाद आप यहां से बस या ऑटो रिक्शा के जरिए आसानी से बरसाना पहुंच सकते हैं।


 


 


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