Exclusive : आखिर क्यों नहीं बनी AAP के साथ बात? कहां फंसा पेच? भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने बताया

हरियाणा में विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीति चरम पर है. नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप और जीत के दावे किए जा रहे हैं. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने एनडीटीवी से खास बातचीत में कहा कि कांग्रेस के पक्ष में हवा है और 36 बिरादरी ये मन बना चुकी है कि आने वाली सरकार कांग्रेस पार्टी की ही होगी. वहीं उन्होंने आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं होने को लेकर कहा कि आप (AAP) के साथ राष्ट्रीय स्तर पर गठबंधन है, राज्य स्तर पर हमारा कभी भी गठबंधन नहीं हुआ.

हुड्डा ने एनडीटीवी से कहा कि अभी लोकसभा के इलेक्शन हुए, उसके कुछ दिन पहले हरियाणा में उपचुनाव हुआ था, उस समय भी आम आदमी पार्टी ने अपना उम्मीदवार खड़ा किया था. जिस इलाके से अरविंद केजरीवाल आते हैं, उनको वहां से भी सिर्फ तीन हजार वोट आए थे. आम आदमी पार्टी ने 2019 के चुनाव में जितने भी उम्मीदवार खड़े किए थे, सबकी जमानत जब्त हो गई थी.

कांग्रेस नेता ने कहा कि आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन को लेकर हमने प्रयास किया था, हम चाहते थे, लेकिन कई बार नहीं हो पाता है. राज्य स्तर पर पहले गठबंधन नहीं था, तो ऐसे में कई बार बात नहीं बनती है. हालांकि हमारी तरफ से कोई दिक्कत नहीं थी, सीपीएम ने सीट मांगी और हमने दिया भी. मैं जायज मांग की बात करता हूं, हालांकि कांग्रेस पार्टी खुद में सक्षम है. हमने तो कहा था कि हमें गठबंधन को लेकर कोई एतराज नहीं था. सही बातों पर हो जाता तो अच्छा होता, लेकिन कई बार नहीं होता है. हमारा राष्ट्रीय स्तर पर तो गठबंधन है ही.

वहीं बागी नेताओं के नॉमिनेशन पर कांग्रेस नेता ने कहा कि हमारे यहां ऐसा कोई नहीं है. जो बैठने वाले थे, सब बैठ गए. बाकी तो टिकट को लेकर ढाई हजार आवेदन आए थे, अब उनमें से जो कुछ बचे हैं, अब उनकी कितनी ताकत है पता नहीं, लेकिन जो जरूरी लोग थे, तकरीबन बैठ चुके हैं.

हुड्डा ने कहा कि बीजेपी ने तो कोई आवेदन मांगा नहीं था, हमने बाकायदा आवेदन मांगा था और 90 सीटों के लिए ढाई हजार लोगों ने आवेदन दिया था. जो टिकट का वितरण हुआ है, ठीक हुआ है मजबूत उम्मीदवारों को टिकट दिया गया है. स्क्रीनिंग कमेटी बैठी, हम सब ने देखा, मुश्किल तो है सबको देखना, लेकिन हमें भी अंदाजा है. सर्वे करवाए गए, किसकी कितनी ताकत है. इसके लिए 'जिताऊ और टिकाऊ' मुख्य क्राइटेरिया रखा गया.

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा का तो है ही, 'जय जवान, जय किसान' खेल के मैदान में देखिए, कॉमनवेल्थ गेम्स हो, देश में 38 गोल्ड मेडल आए, 22 हरियाणा के खिलाड़ियों ने जीते. हरियाणा की आबादी तो देश की सिर्फ दो फीसदी है, ओलंपिक में इस बार 6 मेडल आए हैं, जिनमें चार हरियाणा के हैं. विनेश फोगाट का तो सिल्वर मेडल पक्का हो गया था और गोल्ड भी हो सकता था, लेकिन किसी कारण से नहीं हो पाया. उनको वहां से निराशा मिली और मुझे लगा कि इनके साथ न्याय नहीं हुआ.

भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि मैंने कहा था कि हमारे उतने विधायक नहीं हैं, अगर विधायकों की संख्या होती तो हम विनेश फोगाट को राज्यसभा में भेजते. जैसा मैंने कहा 'जय जवान, जय पहलवान' का मतलब खिलाड़ियों से है, ताकि बाकी खिलाड़ियों को भी प्रेरणा मिले कि हरियाणा सरकार हमारे पहलवानों के पीछे खड़ी है. पूरे हरियाणा की जनता उनके साथ खड़ी है.

उन्होंने कहा कि हमारी नीति थी, 'पदक लाओ, पद पाओ' हमने डीएसपी में भर्ती की, लेकिन बीजेपी की सरकार ने एक भी नहीं किया. जो प्रोत्साहन हम देते थे, वो उन्होंने नहीं किया. इन्होंने तो खेल नीति तक बदल दी. बजरंग पुनिया को टिकट नहीं देने के सवाल पर कांग्रेस नेता ने कहा कि ये उनका फैसला था कि दोनों में से एक को टिकट देना है.

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार थी तो क्रीमी लेयर 8 लाख की थी. जब बीजेपी की सरकार आई तो इन्होंने उसे 6 लाख कर दिया और अब जब चुनाव आया तो फिर 8 लाख कर दिया, ये कौन सी नीति है. अगर 8 लाख ठीक था तो फिर 6 लाख क्यों किया? हम क्रीमी लेयर को 10 लाख तक बढ़ाएंगे.

मुख्यमंत्री के सवाल पर हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस की पद्धति रही है कि चुनाव होगा, विधायक चुने जाएंगे, कांग्रेस के पर्यवेक्षक आएंगे, विधायकों का मत पूछेंगे और विधायक फैसला करेंगे. जो भी हाईकमान फैसला करेगा, हमें मंजूर होगा. दीपेंद्र तो संसद में हैं, अभी वो काम करेंगे. किसके मुकद्दर में सीएम पद होगा वो देखी जाएगी. 

कुमारी शैलजा के नाम पर उन्होंने कहा कि जो कांग्रेस की विचारधारा में विश्वास रखता है वो ऐसा कोई काम नहीं करेगा. कुमारी शैलजा हमारी माननीय नेता हैं, हमारी बहन हैं. कांग्रेस की तो नीति है न जात पर न पात पर, मुहर लगेगी हाथ पर.

उन्होंने कहा कि बीजेपी ने वायदा किया था कि 2022 तक किसानों की आमदनी दोगुनी कर देंगे, दोगुनी तो की नहीं, उल्टा लागत कई गुना बढ़ा दिया. याद करिए 2014 में डीजल का क्या भाव था, खाद का क्या भाव था, कीटनाशक दवाईयों का क्या भाव था. अभी इनकम नहीं बढ़ी, लेकिन लागत बहुत बढ़ गई.

हुड्डा ने कहा कि एमएसपी तो सेंट्रल गवर्नमेंट तय करती है लेकिन कांग्रेस का जो रायपुर में अधिवेशन हुआ था, उसमें ये कहा गया था और कांग्रेस के घोषणा पत्र में भी है, कि कांग्रेस की सरकार आती है तो एमएसपी की लीगल गारंटी देंगे और C2 फार्मूले पर मूल्य निर्धारित करेंगे. जहां तक राज्य का सवाल है तो जो भी एमएसपी तय होगी, उस एमएसपी पर किसानों की फसल बिके, उससे कम किसी को नहीं मिले, उससे संबंधित कोई कानून देखेंगे.

कांग्रेस नेता ने कहा कि हम अग्निवीर के विरोध में हैं. नियमित भर्ती होनी चाहिए, खास तौर पर इसका हरियाणा में बहुत नुकसान है. हरियाणा की जनसंख्या देश की दो फीसदी है, लेकिन हर दसवां जवान हरियाणा से है और हर साल हरियाणा से कम से कम 5000 जवान भर्ती होते थे, लेकिन अग्निवीर स्कीम आने के बाद 250 या 300 रह गए हैं. कोई युवा 4 साल फौज में रहे और उसकी पेंशन ना हो, उसे और कोई सुविधा न मिले, ये तो युवाओं के साथ एक खिलवाड़ है.

उन्होंने कहा कि कितनी सीटें आएंगी ये तो मैं नहीं कह सकता है. लेकिन इतना कह सकता हूं कि कांग्रेस भारी बहुमत से सरकार बनेगी.



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