कौशांबी पुलिस पर चलेगा अपहरण व हत्या का केस!

आठ सितंबर को अनूप सोनी के साथ हुई लूट मामले ने नया मोड़ ले लिया है। लूट के आरोपी को पुलिस ने गोली मारकर मुठभेड़ में पकड़ने का दावा किया था। इलाज के दौरान आरोपी की मौत हो गई थी। परिजन शुरू से ही फर्जी इनकाउंटर का आरोप लगा रहे थे। मामले में सीजेएम कोर्ट (प्रयागराज) ने मंगलवार को एसओजी प्रभारी, तत्कालीन इंस्पेक्टर चरवा समेत 12 पुलिस कर्मियों के खिलाफ अपहरण कर हत्या करने के मामले में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कराने का आदेश दिया है। इससे महकमे में अफरातफरी मच गई है। चरवा थाना क्षेत्र के समसपुर निवासी अनुप सोनी ने आठ सितंबर वर्ष 2023 की रात पुलिस को सूचना दी कि उसके साथ लूट हुई है। वह तीन सौ ग्राम चांदी व दस ग्राम सोने का जेवर बनाकर रामदयाल का पूरा गांव के एक व्यक्ति के यहां आर्डर देने जा रहा था। घमसेड़ा गांव के समीप तीन लोगों ने उसे रोक कर मारपीट की। मोबाइल व 11 हजार रुपये के साथ जेवर से भरा बैग भी लूट लिया था। इस मामले में चरवा थाने के तत्कालीन इंस्पेक्टर विनोद कुमार सिंह ने केस दर्ज किया और मामले की जांच शुरू की। एसपी बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने खुलासे के लिए एसओजी टीम को भी लगाया। 12 सितंबर 2023 को एसओजी टीम व तत्कालीन चरवा इंस्पेक्टर ने संयुक्त अभियान में आरोपी विजय सोनी पुत्र नारायण सोनी निवासी रीवा, मध्यप्रदेश को मुठभेड़ में गोली मारकर गिरफ्तार करने का दावा किया। गोली कंधे में लगी थी। हालत खराब होने पर उसे एसआरएन अस्पताल प्रयागराज रेफर किया गया था। संक्रमण फैलने से उसकी मौत हो गई थी। विजय सोनी की गिरफ्तारी के बाद से ही परिजन उसके फर्जी इनकाउंटर की शिकायत कर रहे थे, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। विजय सोनी के परिजनों ने न्यायालय का दरवाजा खटखटाया। मामले में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रयागराज शशि कुमार ने एसओजी प्रभारी सिद्धार्थ सिंह, तत्कालीन इंस्पेक्टर चरवा विनोद कुमार सिंह समेत 12 अन्य पुलिस कर्मियों के खिलाफ अपहरण और हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच करने का आदेश दिया।


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