साथी उमर गौतम व अन्य संग अंतिम सांस तक जेल कटेगा मौलाना कलीम सिद्दीकी...धर्मांतरण की जहरीली खेती पर पहले ATS और अब अदालत ने छिड़की दवा,सुदर्शन न्यूज़ के एक और अभियान को मिली सफलता

मौलाना कलीम सिद्दीकी और उनका साथी उमर गौतम व अन्य संग अंतिम सांस तक अब जेल कटेगा. दरअसल, धर्मांतरण की जहरीली खेती पर पहले ATS और अब अदालत ने दवा छिड़की है. मौलाना कलीम सिद्दीकी पर आरोप है कि वह धर्मांतरण जिहाद की फैक्ट्री का सरगना था. जब UP ATS ने इस फैक्ट्री का भंडाफोड़ करते हुए उमर गौतम सहित दो इस्लामिक मौलानाओं को गिरफ्तार किया तो देश चौंक गया था. उमर गौतम से पूछताछ में ही कलीम सिद्दीकी का नाम सामने आया था. ATS ने गिरफ्तार किया था


 वहीं, इस मुद्दें को सुदर्शन न्यूज़ ने लगातार प्रमुखता से उठाया और अब मौलाना कलीम और उमर गौतम सहित 13 लोगों को आजीवन कारावास की सजा के साथ 16 लोगों को सजा सुनाई गई. सुदर्शन न्यूज़ के एक और अभियान को सफलता मिली


 जानकारी के लिए बता दें कि मौलाना कलीम सिद्दीकी पर विदेशी फंड लेकर धर्मांतरण जिहाद की फैक्ट्री चलाने के आरोप है। मौलाना UPSC छात्रों का मार्गदर्शक है. मौलाना कलीम सिद्दीकी जकात फ़ाउंडेशन का अधिकृत सलाहकार है. अब सोचिए जो फ़ाउंडेशन प्रति वर्ष UPSC जिहाद के कई छात्रों को पास कराता है, उसका मार्गदर्शक अगर इस तक प्रकार का व्यक्ति है तो उस फ़ाउंडेशन से निकलने वाले लोगों का क्या हाल होगा? क्या प्रशिक्षण होगा?


 जो छात्र मौलाना कलीम सिद्दीकी का मार्गदर्शन लेकर UPSC पास करेंगे, वो सरकारी अधिकारी बनेंगे तो क्या करेंगे? ये कुछ सवाल हैं, जिनके जवाब सिर्फ सुदर्शन को नहीं बल्कि देश को भी मांगने भी चाहिए. आपको बता दें कि, मौलाना कलीम सिद्दीकी सबसे बड़े धर्मांतरण रैकेट के साथ जुड़ा था. वह 'जामिया इमाम वलीउल्लाह' नाम से एक ट्रस्ट चलाता था. इसके अंतर्गत कई मदरसे चलते थे. पुलिस के मुताबिक, इन मदरसों को बड़ी विदेशी फंडिंग मिलती थी.


 आपको बता दें कि, उत्तर प्रदेश में पकड़े गए धर्मांतरण रैकेट से भी मौलाना कलीम सिद्दीकी का नाम जुड़ा था. यूपी एटीएस के मुताबिक, उमर गौतम और उसके साथियों ने IDC संस्था के जरिए लोगों का धर्मांतरण कराया था.  उमर गौतम ने पूछताछ में खुलासा किया है कि उसके साथी मौलाना कलीम सिद्दीकी ने 5 लाख से भी ज्यादा लोगों का धर्म परिवर्तन कराया था. IDC के जरिए नाबालिगों के धर्मांतरण को भी अंजाम दिया जा रहा था.


 ब्रिटिश संस्था से गिरोह को हुई थी 57 करोड़ की फंडिंग यूपी ADG प्रशांत कुमार ने उस दौरान बताया था कि, अवैध धर्मांतरण गिरोह संचालित करने वाले लोग गिरफ्तार किए गए थे.  उमर गौतम और इसके साथियों को ब्रिटिश आधारित संस्था से लगभग 57 करोड़ रुपये की फंडिंग की गई थी. जिसके खर्च का ब्योरा अभियुक्त नहीं दे पाए.
 










  


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