‘इस्लाम में महिलाओं का सम्मान नहीं, पूर्वजों ने डर से त्यागा था धर्म’: बरेली के मंदिर में मुस्कान सैफी की घर वापसी, राजेश को चुना अपना जीवनसाथी

मुस्कान सैफी का कहना है कि उनकी बचपन से हिन्दू धर्म में आस्था थी। मुस्कान ने यह भी लिखित तौर पर दिया है कि उन्हें पता है कि उनके पूर्वज हिन्दू थे जो कई तरह के अत्याचारों की वजह से धर्मांतरित हो गए थे।


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